गुरुवार, 11 दिसंबर 2008

आतंक का नामो-निशाँ मिट जाएगा....

पाक तेरी हरकतों पर लगाम अब लगाना ही पड़ेगा
बहुत हो चुका आतंकी नंगा नाच सबक सिखाना पड़ेगा
इन विध्वंसकारी आततायी कामों ने तेरा मन ही घटाया
विश्व समुदाय के सामने तुझे निरीह अब खड़ा पाया

सेनाओं ने ठान लिया आतंकी शिविर अब निशाना होगा
छूटेगा त्रिशूल जब संग साथ नाग ले तब जो धमाका होगा
इसकी कल्पना को जानकर विध्वंस के अंजाम को समझ ले
करले तौबा अब आतंकियों को सौंपकर सुरक्षा अपनी कर ले

तेरा मान विश्व राष्ट्र के सामने भी पाक साफ नही रह पाया है
गिर चुका सबकी नजरों से फ़िर भी तेरा बल नही गया है
तू जिसके बल पाक आतंकी घुसपैठ जो करता है।
उनका वजूद अब तेरे साथ कुछ दिन और रहने वाला है।

कर ले अपनी सुरक्षा तू अब आतंकियों को सौंपकर
कर देंगे माफ़ तुझे फिर छोटा बच्चा जानकर
नहीं माना तो हम तेरे विष बाण ज्यादा दिन सह नहीं पाएंगे
अब तेरी फन को कुचलने भारतीय प्रक्षेपास्त्र तेरे देश आयेंगे

विश्व बिरादरी का हर देश आज तेरे आतंक से भयभीत हो रहा
अमेरिका का समर्थन भी तेरे साथ नहीं, आतंक के ख़िलाफ़ हमें मिल रहा
कुछ दिन और रुक भारतीय नेता जिस दिन नींद से जाग जायेंगे
फिर होगी आर पार ज़ंग तो तेरे आतंकी भी साथ नहीं दे पाएंगे

वैसे भी तू दिवालिया है होनेवाला पागल तो तू हो चुका है।
पागलों को मारने में दुनिया का कोई क़ानून हमें रोक नहीं पायेगा।
हम तो रहेंगे ही सैफ और दुनिया से आतंक का नामो-निशाँ मिट जाएगा।

3 टिप्‍पणियां:

vishnu ने कहा…

hello Ashokji
Nice to see your blog.
Good, keep it up.
wish you all the best.

Ganesh Kumar Mishra ने कहा…

are ashok bhai....bhartiy neta to ghode bechkar so gaye hain...unka neend se jaagna hi mushkil hai...hamein hi apni lekhni se unhe jaganaa hoga, taaki desh ka kuch kalyaan ho sake.

तीसरा कदम ने कहा…

आपने तो "उसे" छोटा बच्चा कह दिया. कहीं ग़दर फ़िल्म तो नही देख ली .
"बेटा निकलता तो बाप के अन्दर से ही है न........"
पागलों को तो मारना ही है.
बहुत ही शानदार पोस्ट.