बुधवार, 24 सितंबर 2008

दिल में तुम्ही बसे हो ......

ख्वाब इतने आए की दिल में न समां पाये
ख्वाबो की हसी दुनिया बसा ही न पाये
शांत सागर जिंदगी की हिलोरे ले रहा था
इतिहास को आँचल में ले हकीकत कह रहा था
वो हवा का झोंका ऐसा आया की सब कुछ ले उड़ गया
बेवफाई की नही फ़िर भी नाम बेवफा दे गया
कुछ भी सोचो कुछ भी समझो हकीक़त से तुम परे हो
हकीक़त यह है मेरे दोस्त दिल में तुम्ही बसे हो ।

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