शुक्रवार, 31 अक्तूबर 2008

आज के नेता ,जी

बड़े नेता बने फिरते है ,चंद वादों के खातिर ये लोग
वक्त आने पर भाग उठते है, नेता बताने वाले ये लोग
इनका न कोई ईमान होता है न कोई होता है धर्म
वैसे नही कुछ पास तो लंबे चोड़े भाषण ठोकते है
बड़े नेता बने फिरते है.............
जाते है समस्या हल करने ,गाँव में ये लोग
कारों का तेल फूँक कर प्रदुषण फैलाते ये लोग
ये गाँव में समस्या मिटाने नही
अपनी झांकी दिखाने जाते है ये लोग
बड़े नेता बने फिरते है.............
चुनाव के पास आते ही दोरे शुरू कर देते है ये लोग
चुनाव जीतने के बाद सबकुछ भूल जाते है ये लोग
चुनाव हारने के बाद गली कूचों नजर आते है ये लोग
बड़े नेता बने फिरते है.............

1 टिप्पणी:

Ganesh Kumar Mishra ने कहा…

are ashok ji, netaon par itna gussa...ek apne yahan bhi hai...bechara bura maan jayega.